अहिल्याघाट पर दुग्धाभिषेक के साथ हुआ बाणेश्वरी कावड़ यात्रा का शुभारंभ
महेश्वर में अनेक संतों के सानिध्य में केन्द्रीय मंत्री, विधायक सहित हजारों कावड़ियों ने की मां नर्मदा की आरती और दुग्धाभिषेक
इंदौर, । सावन के पहले सोमवार को सुबह रिमझिम फुहारों के बीच महेश्वर के अहिल्या घाट पर इंदौर के बाणेश्वरी कावड़ यात्रा में शामिल हजारों श्रद्धालुओं ने विधायक गोलू शुक्ला के नेतृत्व में मां नर्मदा का 101 लीटर दूध से अभिषेक एवं 1100 मीटर लंबी चुनरी समर्पित कर अपनी 180 कि.मी. लंबी कावड़ यात्रा का श्रीगणेश किया। सभी श्रद्धालुओं ने इसके पूर्व देवी अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया।
इस अवसर पर तपोनिष्ठ संत हनुमादनास महाराज, प.पू. दयालु गुरू, प.पू. योगराज सरकार के सानिध्य में केन्द्रीय समाज कल्याण मंत्री सावित्री ठाकुर, महेश्वर के विधायक राजकुमार मेव, पूर्व विधायक पांचीलाल मीणा सहित अनेक विशिष्टजन मौजूद थे, जिन्होंने यात्रा का शुभारंभ किया। यात्रा प्रभारी दीपेन्द्रसिंह सोलंकी ने बताया कि अल सुबह बोल बम और भगवान भोलेशंकर के जयघोष के शंखनाद के बीच श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा की पूजा अर्चना के बाद अपनी-अपनी कावड़ में पवित्र जल भरकर गुजरी के लिए प्रस्थान किया।
महेश्वर नगर में भी कावड़ यात्रा का जबर्दस्त स्वागत हुआ। विधायक राजकुमार मेव, दयाल गुरू एवं अन्य संतों की मौजूदगी में महेश्वर के नागरिकों ने कावड़ यात्रा का आत्मीय स्वागत किया। गुजरी जाते समय मार्ग में खराड़ी, देवारा, संजय नगर, धामनोद, महेश्वर रोड पर भी कावड़ यात्रियों का जोरदार स्वागत हुआ। संध्या को गुजरी पहुंचने पर कावड़ यात्रा की अगवानी घरों की छतों से नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर की। रात्रि को गुजरी में रात्रि विश्राम के बाद यात्रा मंगलवार की सुबह कन्या पूजन एवं पौधरोपण के बाद मानपुर के लिए प्रस्थित होगी।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार, 15 जुलाई को मानपुर, 16 को महू, 17 को इंदौर, 18 को रेवती रेंज, 19 को पंथ पिपलई और 20 जुलाई को उज्जैन पहुंचकर रात्रि विश्राम के बाद सावन के दूसरे सोमवार, 21 जुलाई को सुबह भगवान महाकालेश्वर का जलाभिषेक किया जाएगा। इस दौरान लगभग सभी स्थानों पर यात्रा के भव्य स्वागत की तैयारियां की गई हैं। महू में आपरेशन सिंदूर पर आधारित सैन्य झांकी भी यात्रा में शामिल होगी।